पंजाब फतह करने के बाद आम आदमी पार्टी दिल्ली में और ज्यादा एक्टिव हो गई है. आम आदमी पार्टी आज सुबह 11 बजे दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय का घेराव करेगी. ‘आप’ के मुताबिक, चुनाव आयोग को डरा-धमकाकर दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव को टाला जा रहा है. पार्टी की मांग है कि एमसीडी चुनाव जल्द कराया जाए.
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब 2013 में पहली बार आप सरकार बनी थी और 49 दिनों बाद गिर गई थी, उस समय भी एमसीडी पर काबिज भाजपा चुनाव नहीं करा रही थी, लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों प्रदर्शन किया, पुलिस के डंडे खाए. दिल्ली वालों के घर-घर गए और पूरी दिल्ली को एकजुट किया, तब एमसीडी चुनाव कराया गया था.
आप ने कहा कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव कराने और भाजपा जो कर रही है, उसके खिलाफ पार्टी के सभी कार्यकर्ता और दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर इकट्ठा होंगे. वहां से भाजपा मुख्यालय जाकर घेराव करेंगे. पार्टी के कार्यकर्ता एक बड़ी लड़ाई की रूपरेखा तैयार करेंगे. पार्टी की एक ही मांग है कि भाजपा चुनाव कराए. इसका फैसला दिल्ली वालों पर छोड़ा जाए. दिल्ली के लोग ही फैसला करेंगे कि चुनाव होंगे या नहीं.
गुजरात चुनाव पर AAP की नजरें?
वहीं आम आदमी पार्टी ने पंजाब में रोड शो करके दिखा दिया कि वो लंबी पारी खेलने मैदान में उतरी है. 16 मार्च को शपथ ग्रहण के जरिए भी बड़ा संदेश AAP देश को देने जा रही है. पंजाब की एतिहासिक जीत के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पंजाब के भावी सीएम भगवंत मान के साथ अमृतसर की सड़कों पर विजय जुलूस निकाला. अमृतसर के इस दौरे में केजरीवाल ने अपनी राजनीति का संदेश भी दिया.
आप की नजरें इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात चुनाव पर भी हैं. गुजरात में आप ने निकाय चुनावों में सूरत में 27 सीट जीत कर हाजिरी दर्ज कराई थी. गुजरात में लगातार संगठन खड़ा करने में जुटी है आप और कांग्रेस की जगह लेने की कोशिश कर रही है.
आम आदमी पार्टी ने 2014 में 400 सीटों पर चुनाव लड़ा था हालांकि 2019 में आम आदमी पार्टी ने सिर्फ 100 सीटों पर चुनाव लड़ा था. पंजाब की जीत के बाद साफ हो गया कि आप अपने लक्ष्य की तरह बढ़ रही है. ऐसे में अगर आप दूसरे राज्यों में पैर फैलाती है तो बीजेपी और कांग्रेस का सीधा नुकसान होना तय है.